खिलाडि़यों हेतु प्रोत्साहन
उत्कृष्ठ खिलाडि़यों को प्रोत्साहन उनके खेल जीवन के दौरान तथा बाद में भी मानरूता तथा वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है तथा युवाओं को जोखिमपूर्ण खेल गतिविधियों को अपनाने के लिए भी प्रेरित करता है। ऐसी किसी घटना/ आवश्यकता होने की स्थिति में बीमा सुरक्षा तथा चिकित्सा सुविधाओं के लिए पर्याप्त सहायता हेतु व्यवस्था की जायेगी। निधारित श्रेणियों केे अनंुसार, अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय सफलता अर्जित करने वाले खिलाडि़यों के लिए सरकारी/ अद्र्वसरकारी विभागों तथा शिक्षण संस्थाओं में 04 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की जायेगी। इसी प्रकार शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश के लिए विद्यालयी शिक्षा से उच्च शिक्षा तक यथोचित आरक्षण हेतु व्यवस्था करने का अनुरोध मानव संसाधन विकास विभाग से विचारार्थ किया जायेगा।
सामाजिक मान्यता, राष्ट्रीय, राज्य तथा जिला स्तरों पर पुरस्कार और सम्मान प्रदान करने, नगद पुरस्कारों के रूप में प्रोत्साहन देने और रोजगार के अवसर, उत्तरांचल राज्य की खेल नीति के महत्वपूर्ण घटक होंगें। खिलाडि़यों के साथ ही प्रशिक्षकों, जजों तथा रेफरियों के कौशल के विकास तथा उनके अनुभव को समृद्व बनाने के लिए उपयुक्त प्रोत्साहन दिये जायेंगे। राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय सफलता अर्जित करने वाले राज्य के खिलाडि़यों को राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
विशिष्ट खिलाडि़यों हेतु सरकारी/अद्र्वसरकारी विभागों तथा शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण की व्यवस्था
अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय सफलता अर्जित करने वाले खिलाडि़यों को निर्धारित श्रेणियों के अनुसार राज्य के सरकारी/ अद्र्वसरकारी विभागों में 04 प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण दिये जाने की व्यवस्था की जायेगी। इसी प्रकार शिक्षण संस्थाओं में खिलाडि़यों के प्रवेश हेतु 04 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था की जायेगी।
शासकीय एवं अद्र्वशासकीय विभागों में खिलाडि़यों हेतु प्रोत्साहन
शासकीय एवं अद्र्वशासकीय विभागों एवं निगमों के खिलाडि़यों को जनपद/राज्य/राष्ट्रीय स्तर पर टीम में चयन होने पर समय से अवकाश प्राप्त न होने से कठिनाई का समाना करना पड़ता है। अतः इन टीमों में चयन होने पर इन खिलाडि़यों को प्रतियोगिता/ प्रशिक्षण अवधि का विशेष अवकाश स्वीकृत किया जाना आवश्यक है।